Market update:

थोक महंगाई में गिरावट: मई में 0.39%, निवेश पर क्या असर? उद्योग Wholesale Inflation Drops Fourteen Months Low
हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, मई महीने में थोक महंगाई दर (WPI) 0.39% पर आ गई है, जो 14 महीने का सबसे निचला स्तर है।
यह गिरावट मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण हुई है।
इससे पहले मार्च 2024 में यह 0.26% थी और अप्रैल में 0.85% पर आई थी।
आज, 16 जून को, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने ये आंकड़े जारी किए हैं।
रोजमर्रा के उपयोग के सामान और खाने-पीने की चीजों की कीमतों में कमी आने से थोक महंगाई में उल्लेखनीय कमी आई है।
यह शेयर बाजार और निवेश पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि इससे उद्योगों पर लागत का बोझ कम होगा।
वित्तीय बाजारों में स्थिरता और आर्थिक विकास में सहायता मिलेगी।
इसके साथ ही, मई में रिटेल महंगाई 2.82% पर आ गई है, जो 6 साल का निचला स्तर है।
यह लगातार घटती खाद्य कीमतों का ही परिणाम है।
रिटेल महंगाई के फरवरी से ही भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य 4% से नीचे रहने से अर्थव्यवस्था में सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं।
हालांकि, होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) का आम आदमी पर सीधा असर कम होता है, लेकिन यह बड़े पैमाने पर उद्योगों और मार्केट की गतिविधियों को प्रभावित करता है।
इससे दीर्घकालिक निवेश और आर्थिक विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
यह आर्थिक स्थिरता का एक महत्वपूर्ण संकेत है।
- मई में थोक महंगाई 0.39%, 14 महीने का निचला स्तर।
- रिटेल महंगाई 2.82%, 6 साल का सबसे कम।
- खाने-पीने के सामान की कीमतों में कमी से राहत।
Related: Bollywood Highlights
Posted on 17 June 2025 | Stay updated with HeadlinesNow.com for more news.
0 टिप्पणियाँ