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रुपया 86.17 पर: क्या है शेयर बाजार और वित्तीय निवेश पर असर? उद्योग Rupee Weakens; Oil Prices Rise
हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में कमजोर हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.16 प्रति डॉलर पर खुला और फिर 86.17 प्रति डॉलर तक पहुँच गया, जो पिछले बंद भाव (86.11) से छह पैसे की गिरावट दर्शाता है।
यह गिरावट मुख्य रूप से वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से जुड़ी है, जिससे आयात पर दबाव बढ़ता है और रुपये पर प्रभाव पड़ता है।
इस बीच, डॉलर इंडेक्स 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 98.33 पर रहा, जो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अन्य प्रमुख मुद्राओं की कमजोरी को दर्शाता है।
घरेलू शेयर बाजार में हालांकि सकारात्मक रुख दिखाई दिया।
बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 288.79 अंक की बढ़त के साथ 81,407.39 अंक पर पहुँच गया, जबकि निफ्टी 98.9 अंक चढ़कर 24,817.50 अंक पर पहुँच गया।
अंतर्राष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.30 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
महत्वपूर्ण बात यह है कि विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को बिकवाल रहे और उन्होंने 1,263.52 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जो निवेश के रुझान पर एक असर डाल सकता है।
यह घटनाक्रम शेयर मार्केट और व्यापार उद्योग पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है और वित्तीय निवेशकों को सावधानीपूर्वक अपने निर्णय लेने चाहिए।
रुपये में यह मामूली गिरावट, वैश्विक आर्थिक परिदृश्य की अनिश्चितता को दर्शाती है।
- रुपया 86.17 प्रति डॉलर पर पहुँचा
- कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का प्रभाव
- एफआईआई ने 1263.52 करोड़ के शेयर बेचे
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Posted on 16 June 2025 | Stay updated with HeadlinesNow.com for more news.
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