तेल आयात: ईरान-इज़राइल तनाव का भारत के तेल बाजार पर क्या असर? India Russian Oil Import Highest
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तेल आयात: ईरान-इज़राइल तनाव का भारत के तेल बाजार पर क्या असर? India Russian Oil Import Highest
हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान-इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत का रूसी तेल आयात दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया है।
जून में भारत ने रूस से लगभग 2-2.2 मिलियन बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल का आयात किया, जो दो साल का उच्चतम स्तर है और सऊदी अरब और इराक से संयुक्त आयात से भी अधिक है।
यह वृद्धि वैश्विक व्यापार विश्लेषण फर्म केप्लर के प्रारंभिक आँकड़ों पर आधारित है।
यह आयात भारत के ऊर्जा सुरक्षा निवेश और वित्तीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर जब ईरान पर इज़रायल के हमलों के बाद तेल बाज़ार में अस्थिरता देखी जा रही है।
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता है और अपने उद्योग को सुचारू रूप से चलाने के लिए स्थिर तेल आपूर्ति पर निर्भर करता है।
रूसी तेल के आयात में यह वृद्धि भारत के लिए वैश्विक मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत करने और शेयर बाजार पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
हालांकि, ईरान-इज़राइल संघर्ष के दीर्घकालिक प्रभावों पर अभी भी निगरानी रखना ज़रूरी है, क्योंकि इससे भविष्य में भारत के तेल आयात पर प्रभाव पड़ सकता है।
इस घटनाक्रम से वित्तीय शेयर बाजारों पर भी असर पड़ने की संभावना है।
- जून में रूसी तेल का आयात दो साल के उच्चतम स्तर पर।
- ईरान-इज़राइल संघर्ष से तेल बाजार में अस्थिरता।
- भारत का ऊर्जा सुरक्षा पर फोकस।
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Posted on 24 June 2025 | Follow HeadlinesNow.com for the latest updates.