काली हल्दी खेती: मुनाफे की खेती, जानिए कैसे?
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काली हल्दी खेती: मुनाफे की खेती, जानिए कैसे?

काली हल्दी खेती: मुनाफे की खेती, जानिए कैसे?
हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय कृषि में काली हल्दी की खेती एक रोमांचक अवसर है जिससे किसानों को अपार मुनाफ़ा हो सकता है।
हालांकि पीली हल्दी आम है, काली हल्दी अपनी अनोखी विशेषताओं और बढ़ती मांग के कारण कृषि व्यवसाय में एक नया आयाम जोड़ रही है।
यह औषधीय गुणों से भरपूर है, जिसमें जीवाणुरोधी और कवकरोधी गुण शामिल हैं, और इसका उपयोग मस्तिष्क और हृदय के लिए टॉनिक के रूप में भी किया जाता है।
काली हल्दी का कंद कड़वा और तीखा होता है, लेकिन इसमें एक सुखद सुगंध भी होती है।
इसके अलावा, यह एक सौम्य विरेचक के रूप में भी काम करती है।
2016 से, भारतीय कृषि विभाग ने काली हल्दी को संकटग्रस्त प्रजाति के रूप में सूचीबद्ध किया है, जिससे इसकी खेती और संरक्षण और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
ओडिशा जैसे राज्यों में, काली हल्दी के संरक्षण के प्रयास तेज़ी से बढ़ रहे हैं, जिससे इसकी खेती को बढ़ावा मिल रहा है और किसानों के लिए नई आय के रास्ते खुल रहे हैं।
इस प्रकार, काली हल्दी खेती न केवल एक लाभदायक व्यवसाय है बल्कि जैव विविधता के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है।
काली हल्दी की बढ़ती मांग और इसके औषधीय गुणों के कारण, यह आने वाले समय में कृषि क्षेत्र में एक प्रमुख भूमिका निभा सकती है, किसानों की आय में वृद्धि कर सकती है और भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकती है।
इस अद्भुत पौधे की खेती से जुड़े सभी पहलुओं को समझना आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
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Posted on 28 May 2025 | Source: MeriKheti | Check HeadlinesNow.com for more coverage.