News Breaking
Live
wb_sunny

क्या रूस-भारत-चीन गठबंधन से हिल जाएगा अमेरिका? लावरोव का चौंकाने वाला बयान!

क्या रूस-भारत-चीन गठबंधन से हिल जाएगा अमेरिका? लावरोव का चौंकाने वाला बयान!

Global story:

क्या रूस-भारत-चीन गठबंधन से हिल जाएगा अमेरिका? लावरोव का चौंकाने वाला बयान!

क्या रूस-भारत-चीन गठबंधन से हिल जाएगा अमेरिका? लावरोव का चौंकाने वाला बयान! news image

क्या रूस-भारत-चीन गठबंधन से हिल जाएगा अमेरिका? लावरोव का चौंकाने वाला बयान!

हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने २०२० के बाद पहली बार, रूस-भारत-चीन (आरआईसी) त्रिपक्षीय मंच को फिर से सक्रिय करने का आह्वान किया है।

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने २९ मई को पर्म शहर में एक सुरक्षा सम्मेलन में यह ऐलान करते हुए कहा कि आरआईसी वार्ता को पुनर्जीवित करने का समय आ गया है।

उन्होंने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद में कमी आने की संभावना व्यक्त की।

लावरोव ने स्पष्ट किया कि मास्को आरआईसी प्रारूप के तहत काम को शीघ्र ही फिर से शुरू करने में गहरी रुचि रखता है।

यह घोषणा अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिससे वैश्विक शक्ति संतुलन में बदलाव की संभावना उत्पन्न होती है।

आरआईसी पहल, पूर्व प्रधानमंत्री येवगेनी प्रिमाकोव द्वारा प्रस्तावित, बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के रूसी दृष्टिकोण का एक हिस्सा है।

पिछले वर्षों में, विभिन्न स्तरों पर २० से अधिक आरआईसी बैठकें आयोजित की गई हैं, जिनमें तीनों देशों के विदेश मंत्रियों, व्यापारिक प्रतिनिधियों और आर्थिक विशेषज्ञों ने भाग लिया है।

इस मंच ने एशियाई क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने और महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

यह पुनर्जागरण, विशेष रूप से वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य में, भारत, चीन और रूस के बीच बढ़ते सामरिक संबंधों का प्रतीक है और वैश्विक स्तर पर इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।

इससे अमेरिका समेत अन्य वैश्विक शक्तियों को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।

यह घटनाक्रम भारत की विदेश नीति, रूस-चीन संबंध और वैश्विक शक्ति संतुलन पर गहरा प्रभाव डालेगा।

Related: Education Updates


Posted on 31 May 2025 | Source: Prabhasakshi | Follow HeadlinesNow.com for the latest updates.

Tags

Newsletter Signup

Sed ut perspiciatis unde omnis iste natus error sit voluptatem accusantium doloremque.