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भारत के इन गांवों में साथ रहते हैं इंसान और तेंदुए, लोगों को नहीं लगता डर!

भारत के इन गांवों में साथ रहते हैं इंसान और तेंदुए, लोगों को नहीं लगता डर!

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भारत के इन गांवों में साथ रहते हैं इंसान और तेंदुए, लोगों को नहीं लगता डर!

इंसान और जानवर के बीच वफादारी और दोस्ती की मिसाल हमने सूनी, पढ़ी और देखी है। केवल इतना ही नहीं, भारत में स्थित 4 गांव में इंसान उस जानवर के साथ रहते भी है, जिस... Brought to you by HeadlinesNow.com

भारत के इन गांवों में साथ रहते हैं इंसान और तेंदुए, लोगों को नहीं लगता डर! news image
इंसान और जानवर के बीच वफादारी और दोस्ती की मिसाल हमने सूनी, पढ़ी और देखी है। केवल इतना ही नहीं, भारत में स्थित 4 गांव में इंसान उस जानवर के साथ रहते भी है, जिसे हम बहुत ही खतरनाक मानते हैं। अक्सर लोग डॉग को मित्र बनाते हैं, क्योंकि उनके अंदर वफादारी के गुण होते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे जानवर के बारे में बताएंगे, जहां इंसान और इस जानवर की दोस्ती सभी को हैरान कर देने वाली है। दरअसल, हम इंसान और तेंदुए के बीच दोस्ती की बात कर रहे हैं। जो ना केवल लोगों के साथ रहते हैं, बल्कि उनके घरों की छत पर टहलते भी हैं। पाली जिला (Pali District) यह गांव कहीं और नहीं बल्कि राजस्थान के पाली जिले में स्थित है। जिनके नाम बेरा, फालना, दांतीवाड़ा और जवाई है। इन चारों गांव के लोग तेंदुए को अपना पुराना पड़ोसी मानते हैं। उन्हें तेंदुए से डर नहीं लगता, बल्कि वह इन्हें अपना रक्षक मानते हैं। आम इंसान के लिए खतरनाक जानवर तेंदुए यहां पर खुलेआम घूमते हैं। पहाड़ी गुफाओं में रहने के साथ यह घर की छतों पर भी आते जाते रहते हैं। यहां तेंदुआ नजर आना बेहद आम बात है। बच्चे-बच्चे उनके आसपास जाते हैं, लेकिन तेंदुआ इन पर हमला भी नहीं करते हैं। पशुओं की करते हैं रक्षा दरअसल, राजस्थान में स्थित इन गांव में रबारी समुदाय के लोग रहते हैं, जो तेंदुए को अपनी जिंदगी का हिस्सा मानते हैं। इन लोगों की नजर में तेंदुआ गांव की रक्षा करते हैं। ग्रामीणों का मानना है कि तेंदुए उनके गांव को बुरी शक्तियों से बचाते हैं। यही कारण है कि जवाई इलाका लेपर्ड्स का गढ़ माना जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस इलाके में 60 से ज्यादा तेंदुए रहते हैं। यहां तेंदुए की मौजूदगी से भेड़िए और लकड़बग्घा जैसे खतरनाक जानवर गांव के आसपास नहीं भटकने देती। रबारी समुदाय के लोग घुमंतू जीवन शैली के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में तेंदुआ इनके गांव के पशुओं की रक्षा करता है। (Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। )।

Posted on 04 May 2025 | Stay updated with HeadlinesNow.com for more news.

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