क्या कनाडा मानेगा कोमागाटा मारू का कर्ज़? PM कार्नी का भावुक बयान!
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क्या कनाडा मानेगा कोमागाटा मारू का कर्ज़? PM कार्नी का भावुक बयान!

क्या कनाडा मानेगा कोमागाटा मारू का कर्ज़? PM कार्नी का भावुक बयान!
हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 1914 की कोमागाटा मारू घटना को लेकर एक भावुक बयान जारी किया है।
यह घटना, जिसमें 376 भारतीय प्रवासियों को कनाडा ने प्रवेश से वंचित कर दिया था, देश के इतिहास का एक काला अध्याय है।
प्रधानमंत्री कार्नी ने स्वीकार किया है कि यह घटना कनाडा के मूल्यों के विरुद्ध थी और देश को अपने अतीत की इस गंभीर भूल का सामना करना होगा।
उन्होंने कहा कि सिख, मुस्लिम और हिंदू धर्मों के ये यात्री, शरण और सम्मान की तलाश में कनाडा पहुँचे थे, लेकिन उन्हें भेदभावपूर्ण कानूनों के चलते प्रवेश से रोका गया और दो महीने तक जहाज पर ही कठोर परिस्थितियों में रखा गया।
यह घटना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत और कनाडा के संबंधों को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है।
प्रधानमंत्री कार्नी ने यह भी कहा कि कनाडा इस ऐतिहासिक अन्याय के लिए क्षमा चाहता है और भारत के साथ मजबूत संबंध स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कोमागाटा मारू घटना सिर्फ एक ऐतिहासिक तथ्य नहीं, बल्कि मानवाधिकारों के उल्लंघन और बहिष्कार की एक कड़ी याद दिलाती है।
यह घटना भारत और कनाडा के बीच वर्तमान राजनयिक प्रयासों को और मजबूत बनाने का काम करेगी।
यह घटना विश्व के सामने कनाडा के भविष्य के रुख को परिभाषित करने वाली है।
कोमागाटा मारू त्रासदी, प्रवासन, मानवाधिकार और अंतर्राष्ट्रीय संबंध जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालती है।
प्रधानमंत्री कार्नी के बयान से उम्मीद है कि भविष्य में इस तरह के अन्याय नहीं होंगे और दोनों देशों के बीच समानता और सम्मान के आधार पर मजबूत संबंध बनेंगे।
इस घटना से जुड़ी यह जानकारी अंतर्राष्ट्रीय समाचारों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
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Posted on 24 May 2025 | Source: Prabhasakshi | Stay updated with HeadlinesNow.com for more news.