बांग्लादेश संकट: क्या भारत को करना होगा तैयार?
Government watch:
बांग्लादेश संकट: क्या भारत को करना होगा तैयार?

बांग्लादेश संकट: क्या भारत को करना होगा तैयार?
हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है, जिससे भारत की पूर्वी सीमा पर चिंता बढ़ गई है।
कलई अब खुलने लगी है।
एक तरफ अंतरिम प्रमुख मुहम्मद यूनुस हैं जो विदेश से ही व्यंग्यात्मक बयान दे रहे हैं और दूसरी तरफ बीएनपी (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी) सड़कों पर विशाल रैलियाँ निकालकर शीघ्र चुनाव की मांग कर रही है।
बीएनपी की ढाका रैली में हजारों लोगों ने दिसंबर तक चुनाव कराने की मांग की।
यूनुस ने टोकियो से कहा कि अगर अराजकता ही मंजूर है तो दिसंबर में चुनाव हो सकते हैं, लेकिन वास्तविक सुधारों के लिए छह महीने और चाहिए।
यह बयान अंतरिम नेता की भूमिका से विपरीत है, क्योंकि उन्हें तटस्थ रहना चाहिए।
यह केवल बीएनपी की मांग नहीं है, बल्कि 12 दलों का गठबंधन भी शीघ्र चुनाव चाहता है।
बांग्लादेश में अधिकतर राजनीतिक दल चुनाव के लिए तैयार हैं, लेकिन यूनुस के समर्थक, जमात-ए-इस्लामी और छात्र दल, चुनाव में देरी चाहते हैं।
इससे स्पष्ट है कि बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता गहरा रही है और इसका सीधा असर भारत की सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता पर पड़ सकता है।
भारत सरकार को इस स्थिति पर कड़ी नजर रखनी होगी और अपनी पूर्वी सीमा की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे।
यह स्थिति भारत-बांग्लादेश संबंधों के लिए भी चुनौतीपूर्ण है और कुशल कूटनीति की मांग करती है।
इस पूरे घटनाक्रम पर नज़र बनाए रखना बेहद ज़रूरी है क्योंकि इससे क्षेत्रीय राजनीति, भारत की विदेश नीति और पूर्वी सीमा पर सुरक्षा चुनौतियों से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल उठते हैं।
Related: Technology Trends
Posted on 04 June 2025 | Source: Dainik Bhaskar | Check HeadlinesNow.com for more coverage.