स्वास्थ्य सेवा: क्या राजनीति में छिपा है आर्थिक विकास का राज? Shetty Statement Sparks Healthcare Politics Debate
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स्वास्थ्य सेवा: क्या राजनीति में छिपा है आर्थिक विकास का राज? Shetty Statement Sparks Healthcare Politics Debate
हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, नारायणा हेल्थ के चेयरमैन डॉ. देवी प्रसाद शेट्टी के एक बयान ने स्वास्थ्य सेवा और राजनीति के बीच के संबंधों पर बहस छेड़ दी है।
उन्होंने दावा किया है कि भारत जल्द ही एक ऐसा देश बन जाएगा जहाँ स्वास्थ्य देखभाल और पैसा अलग-अलग होंगे, और यह बदलाव अगले 5-10 वर्षों में दिखाई देगा।
इस दावे के समर्थन में उन्होंने मोतियाबिंद सर्जरी की तुलना अमेरिका और चीन से की।
उनके अनुसार, भारत में सालाना 85 लाख मोतियाबिंद सर्जरी होती हैं, जो अमेरिका और चीन के कुल योग से भी अधिक है।
यह उपलब्धि उन उद्यमी चिकित्सकों के कारण संभव हुई है जिन्होंने स्वतंत्र क्लीनिक खोले, जिससे सर्जरी का खर्च कम हुआ।
शेट्टी का मानना है कि यह भारत के स्वास्थ्य देखभाल ढांचे में एक क्रांतिकारी बदलाव है।
यह तथ्य राजनीतिक दलों के लिए चुनावों में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है, खासकर जब देश के आर्थिक विकास में स्वास्थ्य सेवा की महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखा जाए।
बीजेपी और कांग्रेस जैसे प्रमुख राजनीतिक दल इस मुद्दे पर अपनी रणनीति बना सकते हैं, नेताओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण विचारणीय विषय है।
शेट्टी के बयान से यह भी पता चलता है कि निजी क्षेत्र में बढ़ती महंगी चिकित्सा शिक्षा आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए एक बड़ी चुनौती है, जिस पर राजनीतिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
इससे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार लाने और सभी वर्गों के लिए समान स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नीतियों और कार्यक्रमों को तैयार करने की आवश्यकता पर जोर पड़ता है।
यह विश्लेषण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य पर प्रकाश डालता है और भविष्य के लिए नीतिगत सुधारों के लिए एक महत्वपूर्ण आधार प्रदान करता है।
- स्वास्थ्य सेवा और राजनीति का गहरा संबंध
- चुनावों में स्वास्थ्य सेवा एक महत्वपूर्ण मुद्दा
- बीजेपी और कांग्रेस जैसी पार्टियों के लिए रणनीतिक महत्व
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Posted on 23 June 2025 | Stay updated with HeadlinesNow.com for more news.