दो दिन की अमावस्या! शनि जयंती, वट सावित्री का रोमांचक संगम
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दो दिन की अमावस्या! शनि जयंती, वट सावित्री का रोमांचक संगम

दो दिन की अमावस्या! शनि जयंती, वट सावित्री का रोमांचक संगम
हेडलाइंसनाउ की रिपोर्ट के अनुसार, ज्येष्ठ मास की अमावस्या इस बार दो दिन, सोमवार और मंगलवार को पड़ रही है।
यह एक दुर्लभ और महत्वपूर्ण धार्मिक संयोग है।
सोमवार को शनि जयंती और वट सावित्री व्रत का पावन पर्व मनाया जाएगा, जिसमें पितृ पूजा और श्राद्ध तर्पण का विशेष महत्व है।
पितरों के प्रति श्रद्धा और आध्यात्मिक उन्नति के लिए यह दिन अत्यंत शुभ माना जाता है।
वट सावित्री व्रत, सुहागिन महिलाओं के लिए पति की दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना से जुड़ा है।
पद्म पुराण और महाभारत के अनुसार, सावित्री ने अपने पतिव्रता धर्म और तप से यमराज को प्रसन्न कर अपने पति सत्यवान को जीवनदान प्राप्त किया था, इसी पौराणिक कथा से इस व्रत की शुरुआत हुई।
मंगलवार को स्नान-दान का पर्व मनाया जाएगा, जिसमें गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
गंगा नदी के किनारे स्नान न कर पाने वालों के लिए घर पर गंगाजल से स्नान करने का विधान भी है।
ज्येष्ठ अमावस्या, शनिदेव, पितृ पूजा, वट सावित्री व्रत जैसे धार्मिक अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण है।
यह दिन आध्यात्मिक उन्नति और पितरों की शांति के लिए समर्पित है।
इस अद्भुत संयोग का लाभ उठाकर धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होकर आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करें।
इस दुर्लभ संयोग से सभी को आध्यात्मिक लाभ प्राप्त हो, यही कामना है।
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Posted on 25 May 2025 | Source: Dainik Bhaskar | Stay updated with HeadlinesNow.com for more news.